“शून्य से शुरुआत: ₹10,000 में सब्ज़ी की खेती कैसे बन सकती है आय का साधन”

नमस्कार क्या आपके पास इस टाइम के ऊपर एक एकड़ जमीन खाली पड़ी हुई है और आप 10 से ₹15000 की व्यवस्था कर सकते हो। भैया अगर यह काम आप कर सकते हो तो मैं आपको केवल 35 से और 40 दिन में एक एकड़ जमीन से लगभग ₹ लाख से लेके ₹3 लाख तक की कमाई करा सकता हूं। जी हां, यह बिल्कुल आपने सही सुना। ₹ लाख से लेके ₹3 लाख पर एकड़ की कमाई और वह भी केवल एक एकड़ जमीन में 10 से ₹15,000 खर्च करने के बाद। मैं आपको बताऊंगा चार सब्जी फसलें जिनकी बुवाई आप इस टाइम पर कर लेते हो मतलब जून, जुलाई, अगस्त महीने में कर लेते हो।

जब सब्जी फसलें स्टार्ट होगी

जब सब्जी फसलें स्टार्ट होगी उन दिनों के अंदर इनके जो बाजार भाव है ना भाई पूरे साल के सबसे ज्यादा आपको मिलने वाले हैं। तो आखिर वो कौन सी चार सब्जी फसलें हैं जिनसे इतने कम दिनों में, इतने कम एरिया में और इतने कम इन्वेस्टमेंट में इतनी तगड़ी कमाई हो सकती है। यह blog आपके जीवन में एक टर्निंग पॉइंट साबित हो जाए। तो दोस्तों इन चार चुनिंदा सब्जी फसलों के अंदर पहले नंबर के ऊपर अपन रखेंगे बरसात के मौसम में आप जून से लेके और 20 अगस्त तक आप अपने एक एकड़ जमीन में मूली की बुवाई कर लीजिए। जी हां, इस टाइम की लगी हुई जो मूली होती है ना, बरसात के सीजन की जो मूली होती है, वह पूरे साल के सबसे ज्यादा पैसे देती है। ऑन एवरेज अगर इसके रेट बताऊं मैं, जैसे कि शुरुआत में आपको लगभग 40 से ₹50 किलो के रेट मिलेंगे और आखिरी जब आप करते आओगे,
भी आपको यह 15 से ₹20 किलो बिकती हुई दिखाई है। आपको ऑन एवरेज अगर इसके 25 से ₹30 किलो के रेट मिल जाते हैं। एक एकड़ जमीन में आप अच्छे से खेत की तैयारी करके मूली की बुवाई कर लेते हो तो 3 से ₹3.5 लाख कहीं नहीं गए हैं। मूली लगाने वाले किसान हर साल कमाते हैं इतने रुपए। इसके अंदर कोई दो राय नहीं है। बहुत अच्छे पैसे बनते हैं इस फसल के अंदर। लेकिन इस फसल के अंदर आपको शुरुआती जो 15 दिन होते हैं ना उनके अंदर आपको कठोर परिश्रम करना होगा। इनके अंदर आपको लगातार अपनी फसल के ऊपर निगरानी रखनी होगी। आपको बुवाई के टाइम

कुछ सावधानियां बरतनी होंगी।

कुछ सावधानियां बरतनी होंगी। बीज का सिलेक्शन करते वक्त भी आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी। उस टाइम के ऊपर मूली बहुत से किसान लगाते हैं लेकिन उनको सबसे ज्यादा प्रॉब्लम देखने को मिलती मूली फसल के अंदर जो नीचे जड़ काली पड़ जाती है ना जो कालीमूली हो जाती है जिसको बाजार में रेट नहीं मिलते उसको इंग्लिश में बोलते हैं रूट बागोट बीमारी तो उस बीमारी से बचने का तरीका भी बताऊंगा तो भैया सबसे पहले तो आपको क्या करना है जिस खेत में आप मूली की बुवाई करने जा रहे हो या फिर जो भी ये चार सब्जी फसल बताने जा रहा हूं ना
इनके अंदर पहली फर्स्ट प्रायोरिटी के ऊपर आपको दिमाग में यह चीज रखनी है कि भाई उन खेतों के अंदर एक तो जल भराव नहीं होना चाहिए बरसात का पानी है ना वह निकल जाना चाहिए अगर जल भराव होगा तो फिर आपकी फसल है ना बिल्कुल पूरी तरह से तबाह हो सकती है। दूसरा आपको जो मिट्टी है ना वह ज्यादा आपको चिकनी नहीं लेनी है। इस टाइम और बरसात के मौसम के अंदर अगर आपकी मिट्टी थोड़ी भुरभुरी होगी, दोमट मिट्टी होगी या फिर थोड़ी रेतीली मिट्टी होगी तो भी चल जाएगा। फिर बात आती है खेत की तैयारी की।

खेत की तैयारी की।

इनके अंदर पहली फर्स्ट प्रायोरिटी के ऊपर आपको दिमाग में यह चीज रखनी है कि भाई उन खेतों के अंदर एक तो जल भराव नहीं होना चाहिए बरसात का पानी है ना वह निकल जाना चाहिए अगर जल भराव होगा तो फिर आपकी फसल है ना बिल्कुल पूरी तरह से तबाह हो सकती है। दूसरा आपको जो मिट्टी है ना वह ज्यादा आपको चिकनी नहीं लेनी है। इस टाइम और बरसात के मौसम के अंदर अगर आपकी मिट्टी थोड़ी भुरभुरी होगी, दोमट मिट्टी होगी या फिर थोड़ी रेतीली मिट्टी होगी तो भी चल जाएगा। फिर बात आती है खेत की तैयारी की।
आप फ्लैट सरफेस के ऊपर मूली की बुवाई करोगे क्यारियों के अंदर तो निश्चित तौर पर आपकी मूली खराब हो जाएगी। बरसात का थोड़ी सी भी पानी अगर आपके खेत में भरेगा तो वह खत्म हो जाएगी। तो उसके अंदर आपको क्या करना है भैया? मेड निकाल लेनी है। या तो आप मेड निकालिए या फिर आप बेड निकालिए। मेरा मानना है आप मेड निकाल लीजिए। एक मेड से दूसरे मेड की दूरी आप लगभग 1 1/2 फीट रखिए और एक पौधे से दूसरे पौधे की मतलब एक बीज से दूसरे बीज की दूरी है ना वह आपको 4 से 5 इंच रखनी है। अब बात आती है भैया बीज की। तो देखो इस टाइम के ऊपर लगाई जाने
 
तो देखो इस वाली मूली फसल के अंदर उसकी कामयाबी में सबसे बड़ा योगदान होता है बीज का। तो इस टाइम के ऊपर आपको बीज ऐसे लेने हैं जो पालक पत्ते वाली मूली आती है उनमें पहले नंबर के ऊपर आती है सोमानी सीड का X35 या फिर सिंजेंटा का आरडी 157 इसके अलावा सकाटा कंपनी भी आती है फिर आपके एरिया के अंदर जो पालक पत्ते वाली जो मूली अच्छा प्रदर्शन कर रही हो चाहे आप देश के किसी भी कोने में मूली की बुवाई करने जा रहे हो तो बहुत सी ऐसी वैरायटियां होती है जो स्पेशली किसी पर्टिकुलर एरिया के अंदर अच्छा उत्पादन देती है और बढ़िया उसका शानदार प्रोडक्शन भी निकलता है तो वह आप
कोई भी वैरायटी देख लीजिए। फिर बात आती है भैया बीज मात्रा की। तो लगभग आप 1 एकड़ जमीन में 2.5 से 3 किलो बीज की आपको आवश्यकता पड़ेगी। अब यह बीज लाने के बाद आपको क्या करना है? बुवाई से पहले इस बीज को आपको उपचारित कर लेना है। अगर आपको अपनी मूली को कालापन से बचाना है। उसके अंदर लगने वाली रूट मगट बीमारी से बचाना है तो आपको बीज को उपचारित करना होगा। होगा बुवाई से पहले उसके अंदर आपको बायर कंपनी का एवर गोल्ड एक्सटेंड जिसके अंदर इंसेक्टिसाइड और फजीसाइड का मिश्रण होता है वह ले लेना है। 3 किलो बीज के अंदर आपको लगभग 500 ml पानी मतलब आधा लीटर पानी
लेना है। आधा लीटर पानी के अंदर आपको लगभग 25 ml बायर कंपनी का एवरगल्ड एक्सटेंड है ना वो मिला लेना है। मिलाकर फिर बीज के ऊपर इसको आप छिटक दीजिए। मतलब बीज को आप कोटिंग कर दीजिए इस पानी से। और जो यह इसके अंदर इंसेक्टिसाइड फजीसाइड है ना उससे बुवाई करने के बाद आपको क्या करना है? सिंचाई के साथ-साथ इसके अंदर आपको पर एकड़ एक लीटर पेंडामथिलीन जो प्री इमरजेंस हर्बीसाइड आता है सिंचाई करने के लगभग 48 घंटे के अंदर आपको इसके ऊपर स्प्रे कर देना है। उससे क्या होगा आपके खेतों के अंदर खरपतवार नहीं जामेंगे। ये काम करने

निसकर्ष

आधा लीटर पानी के अंदर आपको लगभग 25 ml बायर कंपनी का एवरगल्ड एक्सटेंड है ना वो मिला लेना है। मिलाकर फिर बीज के ऊपर इसको आप छिटक दीजिए। मतलब बीज को आप कोटिंग कर दीजिए इस पानी से। और जो यह इसके अंदर इंसेक्टिसाइड फजीसाइड है ना उससे बुवाई करने के बाद आपको क्या करना है? सिंचाई के साथ-साथ इसके अंदर आपको पर एकड़ एक लीटर पेंडामथिलीन जो प्री इमरजेंस हर्बीसाइड आता है सिंचाई करने के लगभग 48 घंटे के अंदर आपको इसके ऊपर स्प्रे कर देना है। उससे क्या होगा आपके खेतों के अंदर खरपतवार नहीं जामेंगे।

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