बालों की देखभाल कैसे करनी चाहिए: Hair Care Tips in Hindi

Hair Care Tips in Hindi: इसमें कोई दो राय नहीं है कि सुन्दर काले व चमकदार बाल नारी की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं। पुराने समय में बालों के रखरखाव व निखार के लिए नारियां अनेक तरीके इस्तेमाल में लाती थीं, जिनसे बाल वास्तव में ही काले, घने, मजबूत और चमकदार बनते थे। आज के युग में कई तरह के साबुन और अन्य चीजों को बालों की सार-संभाल के लिए प्रयोग में लाया जाने लगा है। इनसे बाल पोषक तत्व हासिल करने के स्थान पर समय से पूर्व टूट कर गिरने लगते हैं, साथ ही सफेद होने लगते हैं। इस लेख में हम अपने पाठकों को बालों के रख रखाव के बारे में कुछ ऐसी महत्वपूर्ण जानकारियां दे रहे हैं, जिन्हें इस्तेमाल में लाकर बालों को सुदृढ़, काले और चमकदार बनाया जा सकता है।

बालों की देखभाल के घरेलू नुस्खे

खट्टी दही में चुटकी भर फिटकरी मिला लें, साथ ही थोड़ी सी हल्दी भी मिला लें। इस मिश्रण को सिर के बालों में लगाने से सिर की गंदगी तो दूर होती ही, साथ ही सिर में फैला संक्रमण भी दूर होता है। इस क्रिया को करने से सिर के बाल निखर उठते हैं।

* बालों को धोने के बाद गोलाकार कंघी से बालों में भली प्रकार से ब्रश करना चाहिए। इसके बाद सिर के बालों की जड़ों में उंगली घुमाते हुए अपना हाथ ऊपर से नीचे की ओर फिराएं। ऐसा करने से आपके बाल हमेशा मुलायम बने रहेंगे।

* हफ्ते में कम से कम एक बार अपने सिर के बालों में जैतून के तेल की मालिश अवश्य करें। ऐसा करने से सिर के बाल सफेद होने बंद होते हैं और मजबूती पाते हैं।

* धल और प्रदूषण के प्रभाव से सिर के बाल रूखे और बेजान से हो जाते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए हमेशा अच्छे शैम्पू से बालों को धोना चाहिए और अच्छा हेयर टॉनिक लगाना चाहिए।

* कुदरती साधनों के इस्तेमाल से बालों को सुंदर बनाया जा सकता है। बालों को अच्छी तरह धोने के बाद बालों में ताजी मेहंदी पीसकर लगानी चाहिए। कुछ वक्त बाद बालों को पानी से धो लेना चाहिए।

* हफ्ते में एक बार बालों में तेल की मालिश जरूर करनी चाहिए। ऐसा करने से बालों की बेहतर कसरत हो जाती है। और सिर में खून का दौरा भी सुचारु रूप से होता रहता है।

* भूलकर भी अपने सिर के बालों के साथ ज्यादा एक्सपेरिमेंट न करें। ऐसा करने से बाल कमजोर होकर असमय टूटने लगते हैं।

* बालों की साफ-सफाई में लापरवाही न बरतें। याद रखें कि पसीना बालों की जड़ों में पहुंचने पर बालों को नुकसान पहुंचाता है। इससे बचने के लिए हफ्ते में कम से कम दो बार बालों की सफाई जरूर करें।

* बालों में अक्सर रूसी की समस्या उत्पन्न हो जाया करती है जिससे बाल बेजान होकर टूटने लगते हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले बालों में अच्छी तरह तेल लगा लें, ‍फिर गर्म पानी में भीगे तौलिए से बालों को भाप दें। ऐसा करने से बालों की रूसी खत्म हो जाएगी।

* प्रयोग में लाई गई चाय की पत्ती को थोड़े से पानी में उबाल लें। इसके ठंडा होने पर इसे बालों में लगाएं। हफ्ते में कम से कम एक बार इस क्रिया को जरूर करें। इस क्रिया को करने से बाल मजबूत हो जाएंगे।

भीगे मौसम में बालों की देखभाल:

बारिश के मौसम में नियमित रूप से या सप्ताह में तीन बार बालों की सफाई आवश्यक है। बालों की सफाई बालों की जड़ों में जीवाणुओं को पनपने से रोकती है। बालों की सफाई के लिए यह प्राकृतिक तरीका अपनाएं : आंवला 250 ग्राम, मेहंदी 15 ग्राम, चाय की पत्ती 10 ग्राम, रीठा 15 ग्राम, कॉफी 15 ग्राम तथा शिकाकाई 15 ग्राम। इन सभी तत्वों को लोहे के बर्तन में भिगोकर रख दें।

72 घंटे बाद इसमें से 10 मिली लेकर बाल धोएं।साबुन या शैम्पू का प्रयोग न करें। यह बाल धोने का नैसर्गिक तरीका है। इस प्रकार आपके बाल आकर्षक व सुंदर होंगे।

बन जाएं आकर्षक जुल्फों की मल्लिका:

हेयर स्टाइल को और ज्यादा आकर्षक और स्टाइलिश बनाने के लिए बालों में हेयर कलर करने का ट्रेंड बहुत बढ़ गया है। यदि आपके बाल स्वस्थ हैं तो आप अपनी हेयर स्टाइल के साथ हेयर कलर में भी बदलाव कर सकती हैं, लेकिन जब आपके बालों का प्राकृतिक रंग हेयर कलर करने के दो महीनों बाद ही अलग दिखने लगे तो आप घबराएं नहीं अपितु अपना ब्रश और दस्ताने उठाएं और बालों की रिपेयरिंग दोबारा करें। आइए, जानते हैं कैसे-

. 1 पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप अपने बालों की जड़ों में किस तरह का रंग चाहती हैं। यदि आप बालों की जड़ों को कलर नहीं करना चाहती हैं और पहले वाले कलर को ही जारी रखना चाहती हैं तो बालों के प्राकृतिक रंग और पहले लगे रंग के बीच एक ऐसे क्षेत्र का चुनाव करें, जो दोनों से मेल खाता हो।

2. कलर करने से पहले आधे माथे पर और कानों के ऊपर थोड़ी-सी पेट्रोलियम जैली लगाएं। इससे कलर के त्वचा पर दाग-धब्बे पड़ने की आशंका कम रहती है।

क्या आपके बाल भी बेजान हैं?:बालों की देखभाल के तरीके

बालों के लिए आपका शारीरिक स्वास्थ्य पूरी तरह जिम्मेदार है।. आंतरिक स्वास्थ्य खराब हो और आप स्वयं कुपोषण के शिकार हों तो चमकीले बालों की भी अपेक्षा नहीं करना चाहिए।

साथ ही खानपान का ध्यान रखना जरूरी है।. भोजन सभी पोषक तत्वों से युक्त होना चाहिए।. दूध का सेवन अवश्य करें।. उचित आयुर्वेदिक तेल का प्रयोग बालों में सप्ताह में दो या तीन बार करें।. शैंपू आयुर्वेदिक होना चाहिए।. बालों में हानिकारक कैमिकल युक्त कोई भी उत्पाद प्रयोग न करें।. बालों की जड़ों पर का ड्रायर प्रयोग न करें। महीने में एक बार जड़ी-बूटी के मिश्रण युक्त मेहंदी का प्रयोग बालों में अवश्य करें।. तेज धूप एवं तेज हवा से बालों को बचाएं।. 4-5 सप्ताह में बालों की ट्रीमिंग अवश्य कराएं। वातावरणीय प्रदूषण भी बालों की वृद्धि को रोककर उन्हें रूखा और बेजान बना देता है। अतः वातावरणीय प्रदूषण से भी बालों को बचाना चाहिए।. क्योंकि रूखे और बेजान बाल लंबाई में बहुत कम बढ़ते हैं।. बालों को धोने के लिए किसी भी प्रकार के साबुन का प्रयोग न करें।. साबुन में हाई डिटरजेंट होता है जो बालों को नुकसान पहुंचाता है।. बाजार में कुछ साबुन विशेष रूप से बालों के लिए ही आते हैं उनका प्रयोग भी बालों पर नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष (Nikrsh):

बालों की अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए नियमित और संतुलित देखभाल अत्यंत आवश्यक है। प्राकृतिक तेलों जैसे नारियल, बादाम या आंवला तेल से सप्ताह में 2-3 बार मालिश करने से बालों की जड़ें मज़बूत होती हैं और बालों में चमक बनी रहती है। इसके साथ ही केमिकल युक्त शैंपू की बजाय हर्बल शैंपू और घरेलू हेयर पैक का इस्तेमाल करना बालों को नुकसान से बचाता है।

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