रोज़ाना योगासन करने के फायदे : yoga karne ke fayde in hindi

yoga karne ke fayde in hindi  : प्रिय मित्रों ! हजारों साल पहले हमारे ऋषि मुनियों ने मानव के जीवन को १०० साल का बताया . आप ऐसे कितने लोगों को जानते हैं जो सौ साल तक जी चुके हो . किसी इंसोरेंस एजेंट से पूछे – एक भी नहीं !! तो क्या ऋषि मुनियों द्वारा बताया हुआ १०० साल एक कल्पना मात्र हैं ? नहीं !ये कल्पना नहीं एक मानक हैं सौ साल का ये मतलब नहीं की कोई अगर १९८५ में पैदा हुए तो ठीक ठीक २०८५ में उसकी मौत हो जायेगी , १०० साल एक मानक हैं जीवन के चार भागों को व्यक्त करने का . आप इसे शाब्दिक अर्थ से ना देखे .

हमारे ऋषि मुनि एक बहुत ही संयमित , नियमित , सादगी पूर्ण , मोह माया लोभ क्रोध से दूर , अध्यात्मिक जीवनयापन करते थे . उनके लिए २०० वर्ष जीना भी कोई बड़ी बात नहीं . आज के भाग दौड़ भरे जीवन में उनके जैसा जीवन जीना संभव तो नहीं लेकिन पूरी तरह असंभव भी नहीं हैं – हम प्रयास कर सकते हैं .

स्वास्थ्य से बढ़कर कोई धन नहीं ,स्वास्थ्य से बढ़कर कोई धन नहीं .

ऐसे सामान्य से जीवन शैली सुधारने के टिप्स का जो आको शतायु यानी स्वस्थ और लम्बी उम्र जीने योग्य बनाने में मदद करेगी . हम आपको कोई कठिन विधि नहीं बताएँगे , ना आपको कोई महंगे तरीके आजमाने को कहेंगे . बस छोटी मोटी सावधानियां , हलके फुल्के बदलाव , ज़रा सी सतर्कता और एक नियमित जीवन शैली – इनका संग्रह हैं
अगर ठान ले तो कोई काम असंभव नहीं – चलिए ठान लेते हैं की १०० साल जियेंगे !! और वो भी निरोगी !!!
स्वास्थ्य से बढ़कर कोई धन नहीं . स्वस्थ आदमी कितना भी धन कमा सकता हैं , लेकिन कितना भी धन लगा कर आप स्वस्थ हो जाए इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता . वैसे तो निचे लिखा विचार वास्तव में कुछ भिन्न हैं पर मेरे लिए –
If wealth is lost nothing is lost, if health is lost , everything is lost.
अपनी बेकार की आदतों को बदल कर , हम अपने को भविष्य में होने वाले परेशानियों से बचा सकते हैं

सुबह उठकर करे सभी योगासन /  सुबह उठकर करे सभी योगासन

हजारो सालों से विकिसित हो रहे योग का लाभ आज पुरे विश्व ने पहचान लिया . जहां एक ओर शारीरिक विकास के लिए व्यायाम ज़रूरी हैं , अंदरूनी अंगों के सही सही कार्य सञ्चालन में योगासनों का बहुत ही योगदान हैं अगर आप अन्दर से स्वास्थ्य रहना चाहते हैं तो योग करे . 
सुबह उठकर करे सभी योगासन – सूर्योदय का समय योगासन के लिए सर्वोत्तम हैं सुबह सुबह योगासन करने से शरीर को दिन भर चलने की उर्जा मिलती हैं . हमारे शरीर में हो रहे सभी अंदरूनी क्रियाओ के सफल सञ्चालन में योगासन का बहुत योगदान होता हैं . आज जब सारा विश्व योग के महत्त्व को समझता है और उसका लाभ ले रहा हैं , हमारे देश में ही उसको मानने वालों की कमी हैं . आप अगर शतायु होना चाहते हैं योग को अपने दिनचर्या का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बना ले

साथ में करे ये योगासन – अनुलोम विलोम  / घर पर एक्सरसाइज कैसे करें


सूर्य नमस्कार से करे शुरुआत – सूर्यनमस्कार १२ तरह के योगासनों का समूह हैं . इसे रोज़ सुबह करे . 

साथ में करे ये योगासन – अनुलोम विलोम 

1 कपाल भाती 

2 मयूरासन 

3 सर्वांगासन 

4 हलासन 

5 धनुरासन 

6 नौकासन 

और सबसे महत्वपूर्ण हैं – प्राणायाम . प्राणायाम प्राण वायु का योग हैं . आप पुरे निष्ठां से प्रतिदिन प्राणायाम करे . ऐसा माना जाता हैंकी प्राणायाम से आदमी दीर्घायु होता हैं और जो भी सौ साल तक जीता हैं वो नियमित रूप से प्राणायाम ज़रूर करता हैं .

योगासन करते समय नीची बताई सावधानी बरते –

योगासन करते समय नीची बताई सावधानी बरते –

योगासन करते वक्त पेट को खाली रखे .
योगासन के दौरान आप नियमित रूप से सांस लेते रहे . यदि आपकी सांस तेज़ चलेगी तो योग का पूरा लाभ नहीं मिलेगा . 
योगासन के लिए ढीले और आरामदे कपडे पहने , आपके कपडे आपके शरीर को किसी तरह जकड़ने नहीं चाहिए . योग के दौरान आपके शरीर के अंगो को आसानी से मूवमेंट होना चाहिए .
योग का लाभ एक दिन आसन करने से नहीं आएगा , आप जो भी योगासन करते हो उसे लम्बे समय तक जारी रखे . कई सालो के अनवरत योगासन से ही आपके शरीर को योग का सही लाभ मिलेगा . 
कुछ आसन आपके लिए कठिन हो सकते हैं . अपने क्षमता से बाहर का आसन करने की कोशिश करे पर बहुत ज्यादा जोर ना दे . कही ऐसा न हो की लेने के देने पड़ जाए .

आदमी की अपनी शारीर बनावट , वर्कआउट कैसे करें

किसी दुसरे से तुलना न करे , हर आदमी की अपनी शारीर बनावट होती हैं और कितने दिनों का अभ्यास है ये भी मायने रखता हैं . आप धीरे धीरे प्रयास करे और जो हो सकता हैं उतना ही योग करे . 
योगासन के तुरंत बाद पानी नहीं पिए . ये नुकसान देय हो सकता हैं . 
कुछ बीमारियों में कुछ खास आसन की मनाही हैं , आप को अपने डॉक्टर से सलाह ले कर ही आसन करना चाहिए.

लम्बे समय तक रोज़ योगासन करने से ही योगासन का सही फल मिलता हैं . आप खुद को अपने उम्र से जवान और फुर्तीला रख सकते हैं . योग से नियम संयम भी जागृत होता हैं . नियमित रूप से योगासन करने वाला व्यक्ति सद्चरित , मृदुभाषी , समय का पाबंद , मददगार और विनम्र होता हैं , उसमे साहस , धैर्य, शीलता और निडरता आती हैं .
जैसे योगासन ज़रूरी हैं , वैसे ही 
जैसे योगासन ज़रूरी हैं , वैसे ही 
व्यायाम भी ज़रूरी हैं . आप योगासन को व्यायाम ना समझ बैठे , दोनों में अंतर हैं . हाँ यदि आप नियमित योग करते हो तो आपको कम व्यायामकी ज़रुरत हैं. रोज़ नियमित रूप से व्यायाम करे और अपने शरीर को निरोगी बनाये .
नीचे कुछ तरह के व्यायाम बताये गए हैं , ये ज़रूरी नहीं की आप सभी को रोज़ करे , पर इनमे से कोई दो ज़रूर रोज़ करे . बाकि जब फुर्सत हो तो करे.
तेज़ कदमो से टहलना – तेज़ क़दमो से टहलना यानी ब्रिस्क वाकिंग बहुत अच्छा व्यायाम हैं . इससे शरीर पर ज्यादा जोर भी नहीं पड़ता और आसानी से हो जाता हैं . योगासन के साथ साथ हर रोज़ टहलने को अपने नियमित व्यायाम का हिस्सा बना ले .
स्विमिंग – पुरे अंग का बेहतरीन व्यायाम हैं – स्विमिंग . लेकिन ये सबके लिए आसनी से उपलब्ध नहीं और सभी लोग स्विमिंग करना भी नहीं जानते . अगर आपको स्विमिंग आती हैं और ये आपके लिए उपलब्ध है तो ज़रूर करे .

जॉगिंग को अपने नियमित व्यायाम का हिस्सा बनाये

जॉगिंग – जॉगिंग को अपने नियमित व्यायाम का हिस्सा बनाये . रोज़ की जाने वाली जॉगिंग आपके शरीर को चुस्त रखती हैं . दौड़ने की अपेक्षा ये आपको कम थकाती है पर पूरा फायदा देती हैं . समतल और साफ़ सुथरे जगह पर जॉगिंग करे. दौड़ना – अगर आप दौड़ सकते हैं तो दौड़े . रोज़ दौड़ने से अच्छा कोईएक्सरसाइज नहीं . दौड़ने का असर शरीर के हर अंग पर पड़ता हैं .
वेट लिफ्टिंग – एक अनुपात में और सही देखरेख में किया गया वेट लिफ्टिंग बहुत ही कारगर होता हैं . इससे मसल टोनिंग के साथ साथ एक्स्ट्रा फैट बर्न होता हैं . अपनी क्षमता से ज्यादा वेट लिफ्टिंग ना करे , ना ही ओवर करने की कोशिश . धीरे धीरे अभ्यास से हो वेट लिफ्टिंग बढ़ाये
डांस एक्सरसाइज – किसी खास रिदम पर डांसएक्सरसाइज भी किया जा सकता हैं . याद रहे की आप अपने शरीर के सभी जोड़ो को इस्तेमाल करे और पूरा थकने तकएक्सरसाइज करते रहे . डांसएक्सरसाइज वजन को घटाने में बहुत कारगर हैं .
एरोबिक एक्सरसाइज – एक लय परएक्सरसाइज एरोबिकएक्सरसाइज होता हैं . इनएक्सरसाइज का लक्ष्य आपके सांस को बढ़ाना और उसको नियंत्रण करना सीखना हैं. एरोबिकएक्सरसाइज आपके ह्रदय को मज़बूत बनता हैं.
पॉवर योगा – ये योगा और एक्सरसाइज के बीच की कड़ी हैं . इसको करना आसान नहीं हैं , धीरे धीरे अभ्यास करे . पॉवर योग कम समय में ज्यादा मेहनत करा कर आपके शरीर को चुस्त और दुरुस्त रखता हैं .
साइकिलिंग – कुछ देर साइकिलिंग करना बहित अच्छा व्यायाम हैं . इससे पैर की मांसपेशियों में कसाव आता हैं , घुटने मज़बूत होते हैं और ढेर सारा वसा गलता हैं .
स्पोर्ट्स – कोई खेल जैसे बैडमिंटन, टेनिस , फूटबाल , कबड्डी , आदि दिन में एक बार ज़रूर खेलने की कोशिश करे . अगर ना हो सके तो हफ्ते में एक बार दो घंटे के लिए ही खेल ले. कोई ज़रूरी नहीं की आप सब नियमों का पालन करते हुए ये खेल खेलें. आपका मकसद खेल में जीतना नहीं शरीर का व्यायाम हैं . आराम से खेले और किसी प्रकार के चोट से बचे .

रोज़ाना योगासन करने के फायदे – निष्कर्ष (निकर्ष) हिंदी में:

योगासन न केवल एक व्यायाम की विधि है, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने की एक प्राचीन भारतीय प्रणाली है। जब हम रोज़ाना योग करते हैं, तो यह हमें न केवल शारीरिक रूप से मजबूत और लचीला बनाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी शांत और स्थिर करता है। नियमित योग अभ्यास से तनाव, चिंता, अनिद्रा, उच्च रक्तचाप, मोटापा, मधुमेह जैसे कई रोगों में राहत मिलती है

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